
बच्चों को निमोनिया से बचाने के लिए 108 दिन चलेगा अभियान सांस


चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम करेगी संचालन
नागौर। नन्हें-मुन्नों के स्वास्थ्य को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग पूर्ण तरह सचेत है। इसे लेकर समय-समय पर विभिन्न तरह के अभियान संचालित किए जाते हैं।
विभाग की ओर से इस बार भी निमोनिया की रोकथाम को लेकर संचालित किए जाने वाला सांस कार्यक्रम शुरू किया गया है। सरकारी चिकित्सा संस्थानों के स्तर पर संचालित किए जाने वाला सांस अभियान 12 नवम्बर 2023 से शुरू होकर 28 फरवरी 2024 तक संचालित किया जाएगा। 108 दिन तक संचालित किए जाने वाले इस अभियान को लेकर अतिरिक्त मिशन निदेशक प्रियंका गोस्वामी की ओर से सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों व जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए निर्देश दिए जा चुके हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश वर्मा ने बताया कि अभियान सांस के तहत छोटे बच्चों में निमोनिया व इससे होने वाली जटिलताओं को दूर करने के साथ मृृत्यु दर में कमी लाई जानी है।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुश्ताक अहमद ने बताया कि 108 दिन तक संचालित किए जाने वाले इस सांस अभियान में 0 से 5 वर्ष तक की आयु के नन्हें-मुन्नों में निमोनिया की रोकथाम को लेकर रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी।
इसके साथ ही जिले के एएनएमटीसी व जीएनएमटीसी में निमोनिया व सांस स्किल लैब स्थापित कर उसे क्रियाशील किया जाएगा। इस अभियान के तहत हर आशा को आवश्यक दवाईयां भी उपलब्ध कराई जाएगी।
राष्ट्रीय नवजात सप्ताह 15 नवम्बर से
प्रदेश में राष्ट्रीय नवजात सप्ताह का आगाज 15 नवम्बर से किया जाएगा। इसे लेकर भी अतिरिक्त मिशन निदेशक प्रियंका गोस्वामी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
राष्ट्रीय नवजात सप्ताह के दौरान गंभीर बच्चों के इलाज के लिए गहन चिकित्सा इकाइयों की विजिट कर उन्हें और बेहतर बनाने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि आशा-एएनएम के माध्यम से बीमार बच्चों की स्क्रीनिंग के लिए डोर-टू-डोर सर्वे एवं उनके इलाज के लिए रैफरल व्यवस्थाएं एवं समुचित उपचार की सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाएगा।

Author: News Inside 7

