
सांसद महोदय को शोभा नहीं देती अनर्गल भाषा युक्त टिप्पणियां – ज्योति मिर्धा


भाजपा के स्टेफनी सांसद ने नहीं हराया बल्कि भाजपा ने हराया – मिर्धा
नागौर। भाजपा की परिवर्तन एवं संकल्प यात्रा के नागौर आगमन पर गांधी चौक में आयोजित आम सभा को सम्बोधित करते हुए ज्योति मिर्धा ने कहा कि किसी ने उनको एक विडियो भेजा जिसमें उन्होंनें देखा कि वर्तमान नागौर सांसद एक टीवी इंटरव्यू देते हुए ज्योति मिर्धा के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में यह कहते हुए सुने गए कि कौन मिर्धा , कौन है वो, कहां धरना दिया, कहां प्रर्दशन किया ,उनके दादा पार्टीयां बदलते रहे उनकों जानता कौन है वगैरह वगैरह।
एक सांसद महोदय द्वारा इस प्रकार की अनर्गल भाषा का प्रयोग करना व अनुचित टिप्पणियां करना षोभनीय नहीं है। उन्होंनें कहा कि जब उन्होंनें सांसद महोदय के पिता स्वर्गीय रामदेव चौधरी के चुनावी इतिहास का रिकार्ड निकलावाया तो बड़े चौकानेें वाले तथ्य सामने आये।
सबसे पहले 1977 में रामदेव चौधरी कांग्रेस (आई) से चुनाव लडे़ , फिर सन् 80 में एक दूसरी पार्टी से लड़े और हारे। इसके बाद अगला चुनाव लोकदल से लड़े जिसके बाद फिर पार्टी बदली और जनता दल से चुनाव लड़े और आखरी चुनाव बीजेपी से लड़े लेकिन उनकी मृत्यु हो जाने के कारण चुनाव रद्द हो गए थे। माननीय सांसद ने स्वयं ने पहला चुनाव इनेलो से लड़ा दूसरा चुनाव भाजपा से लड़ा व उसके बाद अगला चुनाव निर्दलीय लड़ा। चुनाव 2014 में भाजपा के स्टेफनी बनकर चुनाव लड़ा जिसमें वे जीत कर संसद भी पंहुच गए। लेकिन एक चुनाव में उनकी जमानत जब्त भी हुई थी।
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Author: News Inside 7

