
चिरंजीवी लाई नई रोशनी धापू के जीवन में


जन्मजात दिल में छेद की बीमारी का कैशलेस ऑपरेशन
नागौर। श्यामसर गांव में रामेश्वर लाल के घर सोलह साल पहले किलकारी गूंजी, लक्ष्मी के रूप में बेटी ने जन्म लिया, नाम रखा धापू। धापू बचपन से ही नटखट थी लेकिन जैसे-जैसे उम्र बढ़ी, तेज चलने और दौड़ने से उसके सांस फूलने की तकलीफ होने लगी।
बेटी के तकलीफ अधिक होने पर रामेश्वर ने उसे नजदीकी सरकारी अस्पताल में दिखाया, दवाई ली लेकिन खास फर्क नहीं पड़ा, एकबारगी आराम आया। इसके बाद बड़े चिकित्सालयों में धापू की स्वास्थ्य जांच करवाई तो पता चला कि उसके जन्मजात दिल में छेद की बीमारी है। मेहनत-मजदूरी कर घर का गुजर-बसर करने वाले रामेश्वर और उसके परिवार के लिए यह चिंता का विषय हो गया कि वे अपनी बेटी के उपचार के लिए इतनी मोटी रकम कहां से लाएंगे। फिर एक दिन गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की हैल्थ टीम आई।
यहां डॉक्टर मनीषा सैन व फार्मासिस्ट किशन कुमार सोलंकी ने सभी विद्यार्थियों की हैल्थ स्क्रीनिंग की तो धापू की हैल्थ कैस स्टडी भी उनके सामने आई। डॉ. मनीषा ने धापू के पिता से बात-चीत की और उन्हें बताया कि उनकी बेटी के दिल में छेद की बीमारी का उपचार ऑपरेशन से हो जाएगा और वो भी मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा येाजना के तहत कैशलेस यानी बगैर खर्च के।
इसके लिए रामेश्वर को बताया गया कि उनका जनआधार कार्ड होने के साथ-साथ चिरंजीवी योजना में रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है। रामेश्वर ने यह सभी अर्हताएं पूरी होने की जानकारी हैल्थ टीम को दी, फिर क्या था, धापू का हैल्थ केस आरबीएसके कॉर्डिनेटर डॉ. शुभकरण धोलिया ने दस्तावेजों के साथ जोधपुर के राजकीय मथुरादास माथुर अस्पताल में रैफर किया और वहां इसी साल 2023 के जून माह में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा उसकी ओपन हार्ट सर्जरी कर दी गई।
धापू को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, अब वह अपने घर गांव श्यामसर में स्वस्थ जीवन जी रही है। धापू के माता-पिता अपनी लाडली को जन्मजात बीमारी से छुटकारा दिलाने और कैषलेस उपचार की सुविधा के जरिए, के खातिर मुख्यमंत्री का धन्यवाद देते नहीं थकते। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत वर्ष 2023 में अप्रैल से लेकर जून माह तक 11 नौनिहालों व किशोर-किशोरियों की ऑपन हार्ट सर्जरी हो चुकी है।

Author: News Inside 7

