
नागौर। नागौर नगर परिषद् के सभापति के पद को लेकर 8-10 दिनों से चली आ रही असंमजस की स्थिति अब साफ हो गई है। स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव एच. राजस्थान सरकार ने एक आदेश जारी करते हुए पायल गेहलोत को नगर परिषद् नागौर का सभापति नियुक्त कर दिया है।


गौरतलब है कि 16 मई को राज्य सरकार ने एक आदेश जारी करते हुए नगर परिषद् नागौर के सभापति मीतु बोथरा को नियम विरूद्ध पट्टे जारी करने के मामलों में दोषी मानते हुए सरकार द्वारा की गई जांच का हवाला देते हुए देते हुए उन्हैं तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था।
इसके बाद राजनीतिक उठा पठक का दौर चला जिसमें अनेकों पार्षदो ने अपनी अपनी दावेदारी को लेकर अपने समर्थक पार्षदो का हस्ताक्षरित अभिशंषा पत्र अपने पार्टी प्रमुख को सोंपतें हुए आलाकमान से उनके नाम की सिफारिष करने का आग्रह किया था।
इसके चलते अफवाहों का बाजार भी काफी गर्म रहा।
शहर के प्रमुख राजनीतिक चर्चाओं की बैठकों में कभी सभापति मीतु बोथरा के नाम को लेकर वापसी का दावा किया जाता रहा तो कभी पूर्व सभापति मांगीलाल भाटी/ ममता भाटी का अगला सभापति बनना लगभग निश्चित माना जा रहा था। इसी प्रकार कुछ पार्षदो द्वारा माहोल बनाने के लिए और भी कई नामों को उछाला जा रहा था।
इसी के चलते 24 मई को राज्य सरकार ने एक आदेश जारी करते हुए वर्तमान सभापति मीतु बोथरा के निलंबन से रिक्त हुए सामान्य महिला वर्ग के सभापति पद के लिए वार्ड संख्या 11 की पार्षद पायल गेहलोत को 60 दिनों के लिए अथवा इससे पूर्व राज्य सरकार के किसी आदेश द्वारा जो भी पूर्व हो तक के लिए कार्यभार ग्रहण करने के लिए अधिकृत कर दिया गया।

Author: News Inside 7

